ग्रेट इंडियन कम्यूट: पेट्रोल vs इलेक्ट्रिक स्कूटर - जानिए महीने का खर्चा कितना?

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  • Posted by: TestDriveGuru
  • November 17, 2025
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भारतीय शहरों की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में स्कूटर हमारे सबसे अच्छे दोस्त की तरह हैं। ट्रैफिक से बचकर निकलना हो या रोज़ ऑफिस आना-जाना, स्कूटर ने हमेशा हमारा साथ दिया है। लेकिन पेट्रोल की लगातार बढ़ती कीमतों ने आम आदमी की जेब पर भारी बोझ डाला है। इसी बीच, इलेक्ट्रिक स्कूटर (EV) एक नए और आकर्षक विकल्प के रूप में उभरे हैं।

तो सवाल यह है कि क्या इलेक्ट्रिक स्कूटर पर स्विच करना वाकई फायदेमंद है? आइए, आज हम इन दोनों की तुलना करते हैं और देखते हैं कि एक आम भारतीय उपयोगकर्ता के लिए मासिक खर्च के मामले में कौन बेहतर है।

गणना का आधार

तुलना को आसान बनाने के लिए, हम कुछ मानक मानकर चलेंगे:

  • दैनिक यात्रा: 30 किलोमीटर
  • मासिक यात्रा: 30 दिन x 30 किमी = 900 किलोमीटर
 

1. पेट्रोल स्कूटर: हमारा पुराना भरोसेमंद साथी

पेट्रोल स्कूटर दशकों से भारतीय सड़कों पर राज कर रहे हैं। आइए इनके मासिक खर्च का हिसाब लगाते हैं।

क) ईंधन (पेट्रोल) का खर्च:

  • औसत माइलेज: एक सामान्य 110-125cc पेट्रोल स्कूटर औसतन 45-50 किमी/लीटर का माइलेज देता है। हम गणना के लिए 45 किमी/लीटर मानकर चलते हैं।
  • मासिक पेट्रोल की खपत: 900 किमी / 45 किमी/लीटर = 20 लीटर
  • पेट्रोल की कीमत: मान लीजिए पेट्रोल की कीमत Rs.100 प्रति लीटर है।
  • मासिक ईंधन खर्च: 20 लीटर x Rs.100/लीटर = Rs.2,000

ख) रखरखाव (Maintenance) का खर्च:
पेट्रोल स्कूटर में इंजन ऑयल बदलना, एयर फिल्टर साफ करना और नियमित सर्विसिंग जरूरी होती है। हर 3-4 महीने में सर्विसिंग पर लगभग Rs.500-Rs.700 का खर्च आता है।

  • औसत मासिक रखरखाव खर्च: लगभग Rs.200

कुल मासिक खर्च (पेट्रोल स्कूटर): Rs.2,000 (पेट्रोल) + Rs.200 (रखरखाव) = Rs.2,200

 

2. इलेक्ट्रिक स्कूटर: भविष्य की सवारी

इलेक्ट्रिक स्कूटर शांत, पर्यावरण के अनुकूल और आधुनिक तकनीक से लैस हैं। अब इनके मासिक खर्च को समझते हैं।

क) चार्जिंग (बिजली) का खर्च:

  • बैटरी क्षमता और रेंज: मान लीजिए एक इलेक्ट्रिक स्कूटर में 3 kWh की बैटरी है, जो एक बार फुल चार्ज होने पर 90-100 किमी की रेंज देती है। 900 किमी के लिए स्कूटर को महीने में लगभग 10 बार फुल चार्ज करना होगा।
  • मासिक बिजली की खपत: 10 चार्ज x 3 kWh = 30 kWh (या 30 यूनिट)
  • बिजली की दर: घर पर चार्जिंग के लिए बिजली की औसत दर Rs.8 प्रति यूनिट मान लेते हैं।
  • मासिक चार्जिंग खर्च: 30 यूनिट x Rs.8/यूनिट = Rs.240

ख) रखरखाव (Maintenance) का खर्च:
इलेक्ट्रिक स्कूटर में इंजन, ऑयल या स्पार्क प्लग नहीं होते, इसलिए इनका रखरखाव बहुत कम होता है। केवल ब्रेक, टायर और सामान्य जांच की जरूरत पड़ती है।

  • औसत मासिक रखरखाव खर्च: लगभग Rs.50

ग) बैटरी बदलने का खर्च (छिपी हुई लागत):
यह एक महत्वपूर्ण खर्च है जिसे लोग अक्सर अनदेखा कर देते हैं। इलेक्ट्रिक स्कूटर की बैटरी की लाइफ 3 से 5 साल होती है। बैटरी बदलने का खर्च Rs.30,000 से Rs.50,000 तक आ सकता है। अगर हम Rs.40,000 की बैटरी और 4 साल (48 महीने) की लाइफ मानकर चलें:

  • बैटरी का मासिक खर्च: Rs.40,000 / 48 महीने = Rs.833

कुल मासिक खर्च (इलेक्ट्रिक स्कूटर): Rs.240 (चार्जिंग) + Rs.50 (रखरखाव) + Rs.833 (बैटरी) = Rs.1,123

 

आमने-सामने: खर्च की सीधी तुलना

मापदंड

पेट्रोल स्कूटर

इलेक्ट्रिक स्कूटर

ईंधन/चार्जिंग खर्च

Rs.2,000

Rs.240

रखरखाव खर्च

Rs.200

Rs.50

बैटरी बदलने का खर्च

लागू नहीं

Rs.833

कुल मासिक रनिंग कॉस्ट

Rs.2,200

Rs.1,123

निष्कर्ष: आपके लिए क्या है बेहतर?

आंकड़े स्पष्ट रूप से दिखाते हैं कि मासिक रनिंग कॉस्ट के मामले में इलेक्ट्रिक स्कूटर पेट्रोल स्कूटर से लगभग आधा सस्ता पड़ता है, भले ही हम बैटरी बदलने की बड़ी लागत को इसमें शामिल कर लें। हर महीने लगभग Rs.1,000 की बचत एक बड़ी रकम है।

लेकिन फैसला लेने से पहले कुछ और बातें भी सोचें:

  1. शुरुआती कीमत: इलेक्ट्रिक स्कूटर पेट्रोल स्कूटर की तुलना में अभी भी महंगे हैं। हालांकि, सरकारी सब्सिडी से यह अंतर कुछ कम हो जाता है।
  2. सुविधा: पेट्रोल पंप हर जगह हैं, जबकि चार्जिंग स्टेशन अभी भी सीमित हैं। अगर आपके पास घर या ऑफिस में चार्जिंग की सुविधा है, तो इलेक्ट्रिक स्कूटर एक बेहतरीन विकल्प है।
  3. पर्यावरण: इलेक्ट्रिक स्कूटर शून्य उत्सर्जन करते हैं, जो हमारे शहरों के प्रदूषण को कम करने में मदद करता है।
  4. प्रदर्शन: आधुनिक इलेक्ट्रिक स्कूटर पिक-अप और प्रदर्शन के मामले में पेट्रोल स्कूटर को कड़ी टक्कर देते हैं।

अंत में, अगर आपकी दैनिक यात्रा लंबी है और आप शुरुआती ज़्यादा कीमत चुकाने को तैयार हैं, तो इलेक्ट्रिक स्कूटर लंबे समय में आपकी बहुत बचत कराएगा। वहीं, अगर आपका बजट कम है और आप कहीं भी ईंधन भरने की आज़ादी चाहते हैं, तो पेट्रोल स्कूटर आज भी एक व्यावहारिक विकल्प है।