इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाम पेट्रोल स्कूटर: लंबी अवधि में कौन है फायदे का सौदा?

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  • Posted by: TestDriveGuru
  • November 17, 2025
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भारत की सड़कों पर स्कूटर हमेशा से एक लोकप्रिय विकल्प रहे हैं। ये न केवल किफायती होते हैं, बल्कि भीड़-भाड़ वाले ट्रैफिक में भी आसानी से निकल जाते हैं। लेकिन हाल के वर्षों में, पेट्रोल की बढ़ती कीमतों और पर्यावरण के प्रति बढ़ती जागरूकता ने एक नई बहस को जन्म दिया है: क्या हमें पारंपरिक पेट्रोल स्कूटर पर टिके रहना चाहिए या भविष्य के इलेक्ट्रिक स्कूटर (EV) को अपनाना चाहिए?

यह निर्णय केवल आज की लागत के बारे में नहीं है, बल्कि यह लंबी अवधि के फायदे, बचत और व्यावहारिकता को समझने के बारे में है। आइए, दोनों विकल्पों का हर पहलू से विश्लेषण करें ताकि आप एक समझदारी भरा निर्णय ले सकें।

1. खरीद की लागत (Upfront Cost)

  • पेट्रोल स्कूटर: आमतौर पर, पेट्रोल स्कूटर खरीदने में सस्ते होते हैं। एक अच्छा 110cc-125cc का पेट्रोल स्कूटर आपको ₹80,000 से Rs.1,30,000 के बीच मिल जाएगा।
  • इलेक्ट्रिक स्कूटर: इनकी शुरुआती कीमत ज़्यादा होती है। एक अच्छी रेंज और परफॉर्मेंस वाला इलेक्ट्रिक स्कूटर Rs.1,00,000 से Rs.1,80,000 या उससे भी अधिक का हो सकता है। हालांकि, सरकार की FAME-II और राज्य सरकारों द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी के बाद इनकी प्रभावी कीमत काफी कम हो जाती है।

निष्कर्ष: पहली नज़र में पेट्रोल स्कूटर सस्ता लगता है, लेकिन सब्सिडी के बाद यह अंतर कम हो जाता है।

2. चलाने का खर्च (Running Cost)

यह वह क्षेत्र है जहाँ इलेक्ट्रिक स्कूटर स्पष्ट रूप से जीतता है।

  • पेट्रोल स्कूटर: मान लीजिए एक स्कूटर 45 किमी/लीटर का माइलेज देता है और पेट्रोल की कीमत Rs.100/लीटर है। तो प्रति किलोमीटर का खर्च लगभग Rs.2.22 आएगा।
  • इलेक्ट्रिक स्कूटर: एक सामान्य इलेक्ट्रिक स्कूटर 100 किलोमीटर चलने के लिए लगभग 3 यूनिट (kWh) बिजली लेता है। अगर बिजली की दर Rs.8/यूनिट है, तो 100 किलोमीटर का खर्च Rs.24 हुआ। यानी प्रति किलोमीटर का खर्च मात्र Rs.0.24 (24 पैसे)!

निष्कर्ष: चलाने का खर्च इलेक्ट्रिक स्कूटर में पेट्रोल स्कूटर की तुलना में लगभग 8-10 गुना कम है। यह आपकी जेब पर पड़ने वाले बोझ को काफी हद तक कम कर देता है।

3. रखरखाव (Maintenance)

  • पेट्रोल स्कूटर: इसमें इंजन, स्पार्क प्लग, ऑयल फिल्टर, कार्बोरेटर जैसे कई मूविंग पार्ट्स होते हैं। इसलिए, इसे नियमित सर्विसिंग (जैसे इंजन ऑयल बदलना) की ज़रूरत होती है, जिस पर हर साल Rs.3,000 से Rs.5,000 तक का खर्च आ सकता है।
  • इलेक्ट्रिक स्कूटर: इसमें मोटर, बैटरी और कंट्रोलर के अलावा बहुत कम मूविंग पार्ट्स होते हैं। इंजन ऑयल या स्पार्क प्लग बदलने का कोई झंझट नहीं होता। इसका रखरखाव मुख्य रूप से ब्रेक, टायर और बैटरी की जांच तक ही सीमित है, जिससे मेंटेनेंस का खर्च लगभग न के बराबर होता है।

निष्कर्ष: रखरखाव के मामले में इलेक्ट्रिक स्कूटर बहुत सस्ता और झंझट-मुक्त है।

4. परफॉर्मेंस और अनुभव (Performance & Experience)

  • पेट्रोल स्कूटर: हाईवे पर लंबी दूरी और लगातार तेज गति के लिए पेट्रोल स्कूटर अभी भी बेहतर महसूस होते हैं।
  • इलेक्ट्रिक स्कूटर: शहर के ट्रैफिक के लिए इलेक्ट्रिक स्कूटर बेहतरीन हैं। इनमें तुरंत टॉर्क (Instant Torque) मिलता है, जिससे ये सिग्नल पर बहुत तेजी से पिक-अप लेते हैं। साथ ही, ये बिल्कुल शांत और कंपन-मुकत होते हैं, जो एक आरामदायक राइडिंग अनुभव देता है।

5. रेंज और चार्जिंग/रीफ्यूलिंग (Range & Charging/Refueling)

यह इलेक्ट्रिक स्कूटर की सबसे बड़ी चुनौती है।

  • पेट्रोल स्कूटर: आप 2 मिनट में किसी भी पेट्रोल पंप पर टंकी फुल करा सकते हैं और 200-250 किलोमीटर तक की यात्रा कर सकते हैं। पेट्रोल पंप का नेटवर्क पूरे देश में फैला हुआ है।
  • इलेक्ट्रिक स्कूटर: इनकी रेंज सीमित होती है (आमतौर पर 80-150 किमी प्रति चार्ज)। इन्हें फुल चार्ज होने में घर पर 4-6 घंटे लगते हैं। पब्लिक चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर अभी भी विकासशील चरण में है, जिससे "रेंज की चिंता" (Range Anxiety) एक वास्तविक समस्या बन जाती है, खासकर लंबी यात्राओं के लिए।

6. पर्यावरण पर प्रभाव (Environmental Impact)

  • पेट्रोल स्कूटर: ये वायु प्रदूषण (CO2, NOx) और ध्वनि प्रदूषण फैलाते हैं।
  • इलेक्ट्रिक स्कूटर: ये जीरो टेलपाइप एमिशन पर चलते हैं, यानी इनसे सीधे तौर पर कोई प्रदूषण नहीं होता। ये पर्यावरण के लिए बहुत बेहतर हैं।

लंबी अवधि का दृष्टिकोण: कौन है असली विजेता?

जब हम "लंबी अवधि" की बात करते हैं, तो हमें शुरुआती लागत से आगे देखना होगा। मान लीजिए आप 5 साल के लिए स्कूटर खरीदते हैं और रोज़ाना 40 किलोमीटर चलते हैं।

  • पेट्रोल स्कूटर का 5 साल का कुल खर्च:
    • खरीद: Rs.1,00,000
    • पेट्रोल खर्च: (Rs.2.22/किमी * 40 किमी/दिन * 365 दिन * 5 साल) = Rs.1,62,060
    • रखरखाव: (Rs.4,000/साल * 5 साल) = Rs.20,000
    • कुल खर्च: ≈ Rs.2,82,060
  • इलेक्ट्रिक स्कूटर का 5 साल का कुल खर्च:
    • खरीद: Rs.1,40,000 (सब्सिडी के बाद)
    • बिजली खर्च: (Rs.0.24/किमी * 40 किमी/दिन * 365 दिन * 5 साल) = Rs.17,520
    • रखरखाव: (Rs.1,000/साल * 5 साल) = Rs.5,000
    • कुल खर्च: ≈ Rs.1,62,520

इन आंकड़ों से साफ है कि इलेक्ट्रिक स्कूटर की शुरुआती ज़्यादा लागत 3-4 साल के अंदर ही पेट्रोल और रखरखाव पर होने वाली बचत से पूरी हो जाती है। 5 साल के अंत तक, आप पेट्रोल स्कूटर की तुलना में एक लाख रुपये से भी ज़्यादा की बचत कर सकते हैं.