भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में 7-सीटर SUVs की मांग हमेशा से ही ज़्यादा रही है। इस सेगमेंट में दो ऐसे नाम हैं जो अपनी अलग पहचान रखते हैं - एक तरफ है जीप की प्रीमियम और आरामदायक मेरिडियन, तो दूसरी तरफ है टोयोटा की दमदार और भरोसेमंद फॉर्च्यूनर। दोनों ही गाड़ियां बेहतरीन हैं, लेकिन दोनों के ग्राहक और प्राथमिकताएं बिल्कुल अलग हैं।
आइए, इन दोनों SUVs की विस्तार से तुलना करते हैं और जानते हैं कि आपके लिए कौन सी बेहतर है।
जीप मेरिडियन: मेरिडियन का डिज़ाइन जीप कम्पास से प्रेरित है, लेकिन यह ज़्यादा लंबी और प्रीमियम दिखती है। इसकी सिग्नेचर 7-स्लैट ग्रिल, पतले LED हेडलैंप्स और आकर्षक बॉडी लाइन्स इसे एक सोफिस्टिकेटेड और शहरी लुक देती हैं। यह गाड़ी मस्कुलर होने के साथ-साथ एलिगेंट भी दिखती है।
टोयोटा फॉर्च्यूनर: फॉर्च्यूनर का डिज़ाइन एकदम दबंग और रोबदार है। इसकी ऊंची बोनट लाइन, बड़ी ग्रिल और आक्रामक हेडलैंप्स सड़क पर एक दमदार उपस्थिति दर्ज कराते हैं। इसका लुक सीधे तौर पर पावर और मजबूती को दर्शाता है, जो इसे ऑफ-रोड प्रेमियों की पहली पसंद बनाता है।
जीप मेरिडियन: इंटीरियर के मामले में मेरिडियन बाजी मार लेती है। इसका डैशबोर्ड सॉफ्ट-टच मटीरियल, लेदर अपहोल्स्ट्री और प्रीमियम फिनिश के साथ आता है। इसमें 10.1-इंच का बड़ा टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर, पैनोरमिक सनरूफ, वेंटिलेटेड सीटें और कनेक्टेड कार टेक्नोलॉजी जैसे आधुनिक फ़ीचर्स मिलते हैं। इसका केबिन ज़्यादा लग्ज़री और आरामदायक महसूस होता है।
टोयोटा फॉर्च्यूनर: फॉर्च्यूनर का इंटीरियर मज़बूती और व्यावहारिकता पर केंद्रित है। इसका डिज़ाइन थोड़ा पुराना लग सकता है, लेकिन इसकी बिल्ड क्वालिटी शानदार है। इसमें भी टचस्क्रीन सिस्टम, वेंटिलेटेड सीटें और बेसिक ज़रूरी फ़ीचर्स मिलते हैं, लेकिन यह मेरिडियन जितना आधुनिक और प्रीमियम महसूस नहीं होता। इसका फोकस लग्ज़री से ज़्यादा टिकाऊपन पर है।
जीप मेरिडियन: मेरिडियन में केवल एक इंजन विकल्प मिलता है - 2.0-लीटर मल्टीजेट डीज़ल इंजन, जो 170 PS की पावर और 350 Nm का टॉर्क जेनरेट करता है। यह 9-स्पीड ऑटोमैटिक गियरबॉक्स के साथ आता है। इसका परफॉर्मेंस स्मूथ है और यह हाईवे पर आरामदायक ड्राइविंग का अनुभव देता है।
टोयोटा फॉर्च्यूनर: फॉर्च्यूनर इंजन के मामले में ज़्यादा विकल्प और पावर प्रदान करती है। इसमें 2.8-लीटर का डीज़ल इंजन मिलता है, जो 204 PS की पावर और 500 Nm का जबरदस्त टॉर्क पैदा करता है। इसके अलावा, एक 2.7-लीटर पेट्रोल इंजन का भी विकल्प है। फॉर्च्यूनर का डीज़ल इंजन पावर के मामले में मेरिडियन से काफी आगे है।
यह इन दोनों गाड़ियों के बीच सबसे बड़ा अंतर है।
जीप मेरिडियन: मेरिडियन मोनोकॉक चेसिस पर बनी है, जो आमतौर पर सेडान और कॉम्पैक्ट SUVs में इस्तेमाल होती है। इस वजह से इसकी राइड क्वालिटी बहुत आरामदायक है। यह खराब सड़कों के झटकों को आसानी से सोख लेती है और हाईवे पर बहुत स्थिर चलती है। इसमें बॉडी रोल भी कम होता है, जिससे यह शहर और लंबी यात्राओं के लिए बेहतरीन है।
टोयोटा फॉर्च्यूनर: फॉर्च्यूनर लैडर-फ्रेम चेसिस पर आधारित है, जो इसे बेहद मज़बूत और ऑफ-रोडिंग के लिए उपयुक्त बनाता है। हालांकि, इस वजह से शहर में इसकी राइड थोड़ी उछाल भरी (Bouncy) महसूस होती है। यह बड़े-बड़े गड्ढों को तो आसानी से पार कर लेती है, लेकिन छोटी-मोटी खराब सड़कों पर केबिन में झटके महसूस होते हैं।
जीप मेरिडियन: मेरिडियन 4x4 सिस्टम के साथ आती है और यह हल्के-फुल्के ऑफ-रोड ट्रैक्स को आसानी से पार कर सकती है। इसमें सैंड/मड, स्नो जैसे मोड्स भी मिलते हैं। यह एक सक्षम गाड़ी है, लेकिन इसे एक सॉफ्ट-रोडर कहना ज़्यादा सही होगा।
टोयोटा फॉर्च्यूनर: ऑफ-रोडिंग के मामले में फॉर्च्यूनर का कोई मुकाबला नहीं है। इसका लैडर-फ्रेम चेसिस, 4x4 सिस्टम (हाई और लो-रेंज के साथ) और हाई ग्राउंड क्लीयरेंस इसे किसी भी तरह के मुश्किल इलाके से निकलने में मदद करता है। यह एक सच्ची ऑफ-रोडर है।
दोनों SUVs अपने-अपने क्षेत्र में चैंपियन हैं। चुनाव पूरी तरह से आपकी ज़रूरत पर निर्भर करता है:
आपको जीप मेरिडियन खरीदनी चाहिए अगर:
आपको टोयोटा फॉर्च्यूनर खरीदनी चाहिए अगर:
संक्षेप में, अगर आराम आपकी प्राथमिकता है तो मेरिडियन चुनें, और अगर एडवेंचर और मजबूती आपकी प्राथमिकता है तो फॉर्च्यूनर आपके लिए बनी है।