किया EV9 बनाम टेस्ला मॉडल Y: भारत के लिए अल्टीमेट फुल-साइज़ EV SUV की जंग!

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  • Posted by: TestDriveGuru
  • November 14, 2025
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भारत का इलेक्ट्रिक वाहन (EV) बाजार रॉकेट की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। ग्राहकों के पास अब पहले से कहीं ज़्यादा विकल्प हैं, और जल्द ही दो बड़े अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी इस रेस में शामिल होने वाले हैं: किआ की विशाल EV9 और टेस्ला की लोकप्रिय मॉडल Y ये दोनों ही प्रीमियम इलेक्ट्रिक SUV हैं, लेकिन इनका अंदाज़ और इनकी खासियतें एक-दूसरे से बिल्कुल अलग हैं।

अगर आप एक बड़ी, दमदार और फीचर-लोडेड इलेक्ट्रिक SUV खरीदने की सोच रहे हैं, तो यह मुकाबला आपके लिए है। आइए, इन दोनों शानदार गाड़ियों की गहराई से तुलना करते हैं और जानते हैं कि भारतीय सड़कों और परिवारों के लिए कौन सी बेहतर साबित हो सकती है।

1. डिज़ाइन और आकार: विशालता बनाम सादगी

किया EV9:
अगर आपको सड़क पर एक दमदार उपस्थिति वाली गाड़ी पसंद है, तो किया EV9 आपको पहली नज़र में ही भा जाएगी। यह एक पारंपरिक फुल-साइज़ SUV की तरह दिखती है, जिसका बॉक्सी और भविष्यवादी डिज़ाइन इसे भीड़ से अलग करता है। इसकी लंबाई लगभग 5 मीटर है, जो इसे भारतीय सड़कों पर मौजूद सबसे बड़ी SUVs में से एक बनाती है। इसके 'टाइगर नोज़' ग्रिल का डिजिटल संस्करण और वर्टिकल LED हेडलैंप्स इसे एक मस्कुलर लुक देते हैं।

टेस्ला मॉडल Y:
दूसरी ओर, टेस्ला मॉडल Y का डिज़ाइन बहुत ही सरल, स्लीक और एयरोडायनामिक है। यह दिखने में एक बड़ी कार से ज़्यादा एक क्रॉसओवर जैसी लगती है। टेस्ला की पहचान इसका मिनिमलिस्टिक डिज़ाइन है, जिसमें कोई ग्रिल नहीं होती और पूरी बॉडी बेहद साफ़-सुथरी दिखती है। यह उन लोगों को पसंद आएगी जिन्हें भड़कीले डिज़ाइन की जगह एक आधुनिक और टेक-फोकस्ड लुक चाहिए।

निष्कर्ष: आकार और रोड प्रजेंस के मामले में किया EV9 साफ तौर पर विजेता है।

2. इंटीरियर और फीचर्स: लग्जरी बनाम टेक्नोलॉजी

किया EV9:
अंदर से, किया EV9 एक लग्जरी लाउंज जैसा अनुभव देती है। इसमें तीन पंक्तियों (थ्री-रो) में 6 या 7 लोगों के बैठने की जगह मिलती है, जो बड़े भारतीय परिवारों के लिए एक बड़ा प्लस पॉइंट है। डैशबोर्ड पर दो बड़ी स्क्रीन (एक इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर और एक इंफोटेनमेंट के लिए) दी गई हैं। इसकी सबसे खास बात दूसरी पंक्ति की सीटों का 180-डिग्री तक घूमना (स्विवेल फंक्शन) हो सकता है, जिससे यात्री आमने-सामने बैठकर बात कर सकते हैं। कुल मिलाकर, इसका इंटीरियर प्रीमियम मटीरियल और स्पेस पर केंद्रित है।

टेस्ला मॉडल Y:
टेस्ला का केबिन टेक्नोलॉजी और सादगी का संगम है। डैशबोर्ड पर कोई बटन नहीं है, सब कुछ एक विशाल 15-इंच की सेंट्रल टचस्क्रीन से कंट्रोल होता है - चाहे वो स्पीड हो, नेविगेशन हो, या फिर एसी। इसका सॉफ्टवेयर ओवर--एयर (OTA) अपडेट्स के ज़रिए हमेशा नया बना रहता है। हालांकि, इसमें केवल 5 लोगों के बैठने की जगह है (कुछ बाजारों में 7-सीटर का विकल्प है, लेकिन स्पेस कम है) और इंटीरियर किया EV9 जितना आलीशान महसूस नहीं होता।

निष्कर्ष: अगर आपको पारंपरिक लग्जरी, ज़्यादा स्पेस और परिवार के लिए सीटें चाहिए, तो EV9 बेहतर है। अगर आप एक टेक-सेवी हैं और आपको अत्याधुनिक सॉफ्टवेयर पसंद है, तो मॉडल Y आपके लिए है।

3. बैटरी, रेंज और परफॉर्मेंस

यह किसी भी EV का सबसे महत्वपूर्ण पहलू है।

  • किया EV9: इसमें एक बड़ा 99.8 kWh का बैटरी पैक मिलता है, जो एक बार फुल चार्ज होने पर लगभग 500-540 किलोमीटर (WLTP) की रेंज दे सकता है। इसकी 800V अल्ट्रा-फास्ट चार्जिंग टेक्नोलॉजी इसे सिर्फ 25 मिनट में 10% से 80% तक चार्ज कर सकती है। यह ऑल-व्हील ड्राइव (AWD) और रियर-व्हील ड्राइव (RWD) दोनों विकल्पों में उपलब्ध होगी।
  • टेस्ला मॉडल Y: मॉडल Y भी लॉन्ग रेंज और परफॉर्मेंस वेरिएंट में आती है, जो लगभग 510-530 किलोमीटर (WLTP) की रेंज देती है। परफॉर्मेंस के मामले में टेस्ला का कोई जवाब नहीं। इसका 'लॉन्ग रेंज' मॉडल भी 0 से 100 किमी/घंटा की रफ्तार सिर्फ 5 सेकंड में पकड़ लेता है, जो इस आकार की SUV के लिए अविश्वसनीय है।

निष्कर्ष: रेंज के मामले में दोनों गाड़ियाँ लगभग बराबर हैं, लेकिन तेज़ रफ्तार और एक्सेलरेशन के लिए टेस्ला को थोड़ी बढ़त हासिल है। वहीं, चार्जिंग स्पीड के मामले में किया की 800V टेक्नोलॉजी एक बड़ा फायदा है।

4. चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर

टेस्ला मॉडल Y: टेस्ला का सबसे बड़ा तुरुप का इक्का उसका 'सुपरचार्जर नेटवर्क' है। अगर टेस्ला भारत में अपना व्यापक चार्जिंग नेटवर्क स्थापित करती है, तो मॉडल Y के मालिकों के लिए लंबी दूरी की यात्रा बहुत आसान हो जाएगी।

किया EV9: किया किसी विशेष नेटवर्क पर निर्भर नहीं है। इसके मालिक घर पर या सार्वजनिक चार्जिंग स्टेशनों (जैसे कि Zeon, Statiq, Tata Power) पर अपनी गाड़ी चार्ज कर सकेंगे। भारत में सार्वजनिक चार्जिंग नेटवर्क अभी भी विकसित हो रहा है।

5. कीमत - सबसे बड़ा सवाल

दोनों ही गाड़ियाँ भारत में कम्प्लीटली बिल्ट यूनिट (CBU) के तौर पर आयात की जाएंगी, जिसका मतलब है कि इन पर भारी टैक्स लगेगा।

  • किया EV9 (अनुमानित कीमत): Rs.80 लाख से Rs.1 करोड़ के बीच।
  • टेस्ला मॉडल Y (अनुमानित कीमत): Rs.70 लाख से Rs.90 लाख के बीच।

यह सिर्फ अनुमान हैं और असल कीमतें लॉन्च के समय ही पता चलेंगी।

अंतिम फैसला: आपके लिए Source – PR Agency -->

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