भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार में हैचबैक कारों का दबदबा हमेशा से रहा है। कॉम्पैक्ट साइज, बेहतरीन माइलेज और किफायती होने के कारण ये कारें हर किसी की पहली पसंद बनती हैं। इस सेगमेंट में दो सबसे बड़े खिलाड़ी हैं - मारुति सुजुकी स्विफ्ट और हुंडई ग्रैंड i10 नियोस। दोनों ही कारें अपने-अपने सेगमेंट में बेस्ट-सेलर हैं और खरीदारों को अक्सर इन दोनों में से किसी एक को चुनने में कन्फ्यूजन होती है।
तो चलिए, आज हम इन दोनों शानदार हैचबैक की विस्तार से तुलना करते हैं ताकि आप यह तय कर सकें कि आपके लिए कौन सी कार सबसे बेहतर है।
मारुति स्विफ्ट: स्विफ्ट का डिज़ाइन हमेशा से ही स्पोर्टी और एग्रेसिव रहा है। इसका नया मॉडल भी उसी परंपरा को आगे बढ़ाता है। फ्लोटिंग रूफ डिज़ाइन, शार्प हेडलैम्प्स और मस्कुलर बॉडी इसे एक डायनामिक लुक देती है। यह कार खासकर युवाओं को अपनी ओर आकर्षित करती है जो एक स्पोर्टी दिखने वाली कार चाहते हैं।
हुंडई ग्रैंड i10 नियोस: नियोस का डिज़ाइन स्विफ्ट के मुकाबले थोड़ा ज्यादा मॉडर्न और प्रीमियम लगता है। इसकी बड़ी कैस्केडिंग ग्रिल, बूमरैंग शेप वाले DRLs और स्टाइलिश अलॉय व्हील्स इसे एक सोफिस्टिकेटेड और क्लासी लुक देते हैं। यह कार उन लोगों को पसंद आएगी जो एक स्टाइलिश और पारिवारिक कार की तलाश में हैं।
निष्कर्ष: अगर आपको स्पोर्टी और बोल्ड लुक पसंद है, तो स्विफ्ट बेहतर है। अगर आप एक मॉडर्न और प्रीमियम दिखने वाली कार चाहते हैं, तो नियोस आपके लिए है।
मारुति स्विफ्ट: स्विफ्ट में 1.2-लीटर K-सीरीज डुअलजेट पेट्रोल इंजन मिलता है, जो 90 PS की पावर और 113 Nm का टॉर्क जेनरेट करता है। यह इंजन अपनी दमदार परफॉर्मेंस और शानदार रिफाइनमेंट के लिए जाना जाता है। ड्राइविंग के शौकीनों के लिए स्विफ्ट एक मज़ेदार कार है।
हुंडई ग्रैंड i10 नियोस: नियोस में 1.2-लीटर कप्पा पेट्रोल इंजन है, जो 83 PS की पावर और 114 Nm का टॉर्क देता है। पावर के मामले में यह स्विफ्ट से थोड़ी कम है, लेकिन इसका इंजन बेहद स्मूथ है और शहर में आरामदायक ड्राइविंग का अनुभव देता है। नियोस में CNG का विकल्प भी मिलता है, जो इसे और भी किफायती बनाता है।
निष्कर्ष: अगर आप परफॉर्मेंस और ड्राइविंग फन को प्राथमिकता देते हैं, तो स्विफ्ट स्पष्ट विजेता है। वहीं, अगर आपको एक स्मूथ और आरामदायक शहरी ड्राइव चाहिए, तो नियोस बेहतर विकल्प है।
यह वह जगह है जहाँ दोनों कारों में बड़ा अंतर देखने को मिलता है।
हुंडई ग्रैंड i10 नियोस: फीचर्स के मामले में नियोस अपनी कैटेगरी में सबसे आगे है। इसका इंटीरियर प्रीमियम फील देता है। इसमें 8-इंच का टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, वायरलेस चार्जिंग, रियर AC वेंट्स, कूल्ड ग्लव बॉक्स और प्रीमियम क्वालिटी की सीटें मिलती हैं। इसका केबिन ज़्यादा हवादार और खुला-खुला महसूस होता है।
मारुति स्विफ्ट: स्विफ्ट का इंटीरियर ड्राइवर-फोकस्ड है और ऑल-ब्लैक थीम के साथ स्पोर्टी फील देता है। इसमें 7-इंच का स्मार्टप्ले स्टूडियो इंफोटेनमेंट सिस्टम, क्रूज़ कंट्रोल और ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल जैसे फीचर्स मिलते हैं। हालांकि, नियोस की तुलना में इसका इंटीरियर थोड़ा कम प्रीमियम लगता है और इसमें रियर AC वेंट्स और वायरलेस चार्जिंग जैसे फीचर्स की कमी है।
निष्कर्ष: अगर आपको फीचर-लोडेड और प्रीमियम केबिन वाली कार चाहिए, तो ग्रैंड i10 नियोस एक बेहतर विकल्प है।
मारुति स्विफ्ट: स्विफ्ट मारुति के हार्टेक्ट प्लेटफॉर्म पर बनी है। इसमें स्टैंडर्ड तौर पर डुअल एयरबैग्स, ABS के साथ EBD, और रियर पार्किंग सेंसर्स जैसे फीचर्स मिलते हैं।
हुंडई ग्रैंड i10 नियोस: नियोस सुरक्षा के मामले में थोड़ा आगे निकल जाती है। इसके टॉप मॉडल्स में 6 एयरबैग्स तक का ऑप्शन मिलता है। इसके अलावा इसमें टायर प्रेशर मॉनिटरिंग सिस्टम (TPMS) और रियर पार्किंग कैमरा जैसे एडवांस सेफ्टी फीचर्स भी दिए गए हैं।
निष्कर्ष: अतिरिक्त सुरक्षा फीचर्स (6 एयरबैग्स) के कारण नियोस यहाँ एक सुरक्षित विकल्प बनकर उभरती है।
माइलेज भारतीय खरीदारों के लिए सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक है।
दोनों ही कारें बेहतरीन माइलेज देती हैं और इनमें बहुत मामूली अंतर है। CNG वेरिएंट में दोनों का माइलेज लगभग 28-30 Km/kg तक पहुँच जाता है।
दोनों ही कारें अपनी-अपनी जगह बेहतरीन हैं। चुनाव पूरी तरह से आपकी प्राथमिकताओं पर निर्भर करता है।
मारुति स्विफ्ट चुनें, यदि:
हुंडई ग्रैंड i10 नियोस चुनें, यदि:
उम्मीद है कि इस तुलना से आपको अपनी अगली कार चुनने में मदद मिलेगी। अपनी जरूरतों का आकलन करें और फिर एक सही निर्णय लें।