भारतीय कार बाजार में कॉम्पैक्ट SUV सेगमेंट की धूम है। इस सेगमेंट में दो कारें ऐसी हैं, जो एक ही प्लेटफॉर्म और इंजन पर बनी होने के बावजूद ग्राहकों को अपनी अलग-अलग खासियतों से लुभाती हैं। ये हैं निसान मैग्नाइट और रेनो काइगर। अगर आप इन दोनों में से किसी एक को खरीदने का मन बना रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए है। आइए जानते हैं कि कौन सी कार आपकी ज़रूरतों पर खरी उतरती है।
डिज़ाइन के मामले में दोनों कारें एक-दूसरे से बिल्कुल अलग हैं।
निसान मैग्नाइट: मैग्नाइट का लुक ज़्यादा बोल्ड और मस्कुलर है। इसकी बड़ी ऑक्टागोनल ग्रिल, पतले LED हेडलैंप्स और L-शेप वाले DRLs इसे एक दमदार SUV वाला लुक देते हैं। यह उन लोगों को ज़्यादा पसंद आएगी जिन्हें एक पारंपरिक और रौबदार SUV का डिज़ाइन चाहिए।
रेनो काइगर: काइगर का डिज़ाइन ज़्यादा स्टाइलिश, स्पोर्टी और यूरोपियन लगता है। इसमें स्प्लिट हेडलैंप सेटअप है, जहाँ ऊपर की तरफ LED DRLs और नीचे मेन हेडलैंप यूनिट दी गई है। इसकी झुकी हुई (sloping) रूफलाइन इसे एक कूपे-SUV जैसा लुक देती है। यह युवाओं और मॉडर्न डिज़ाइन पसंद करने वालों को आकर्षित करती है।
निष्कर्ष: अगर आपको बोल्ड और एग्रेसिव लुक पसंद है तो मैग्नाइट चुनें, और अगर आप स्टाइलिश और मॉडर्न डिज़ाइन चाहते हैं तो काइगर बेहतर विकल्प है।
अंदर से भी दोनों कारों का फील अलग है।
निसान मैग्नाइट: इसका डैशबोर्ड डिज़ाइन सिंपल और फंक्शनल है। हेक्सागोनल AC वेंट्स इसे एक यूनिक टच देते हैं। मैग्नाइट में कुछ सेगमेंट-फर्स्ट फीचर्स मिलते हैं, जैसे 360-डिग्री कैमरा और वायरलेस एंड्रॉयड ऑटो/एप्पल कारप्ले। इसका डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर भी काफी जानकारी देता है।
रेनो काइगर: काइगर का डैशबोर्ड ज़्यादा लेयर्ड और प्रीमियम लगता है। इसमें 8-इंच का टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम और 7-इंच का डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर मिलता है जो मैग्नाइट से ज़्यादा कस्टमाइज़ेबल है। काइगर का सबसे बड़ा प्लस पॉइंट इसमें मिलने वाले ड्राइव मोड्स (Eco, Normal, Sport) हैं, जो मैग्नाइट में नहीं मिलते।
निष्कर्ष: अगर आपके लिए 360-डिग्री कैमरा प्राथमिकता है तो मैग्नाइट चुनें। लेकिन अगर आपको ड्राइव मोड्स और थोड़ा ज़्यादा स्टाइलिश केबिन चाहिए तो काइगर आगे है।
दोनों कारें CMF-A+ प्लेटफॉर्म पर बनी हैं, इसलिए केबिन स्पेस लगभग बराबर है। पीछे की सीट पर दो वयस्क और एक बच्चे आराम से बैठ सकते हैं। लेकिन असली अंतर बूट स्पेस में है।
निष्कर्ष: अगर आपके लिए बूट स्पेस सबसे ज़्यादा मायने रखता है, तो काइगर एक स्पष्ट विजेता है।
दोनों कारों में एक जैसे इंजन विकल्प मिलते हैं:
असली अंतर ऑटोमैटिक गियरबॉक्स में आता है:
निष्कर्ष: अगर आपको एक स्मूथ टर्बो-CVT का अनुभव चाहिए तो दोनों अच्छी हैं। लेकिन अगर आपका बजट कम है और आप एक ऑटोमैटिक कार चाहते हैं, तो काइगर का AMT विकल्प उसे एक बढ़त देता है।
सुरक्षा के मामले में दोनों कारें बराबर हैं। ग्लोबल NCAP क्रैश टेस्ट में निसान मैग्नाइट और रेनो काइगर दोनों को 4-स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली है। दोनों में डुअल एयरबैग्स, ABS, EBD और रियर पार्किंग सेंसर्स जैसे फीचर्स स्टैंडर्ड मिलते हैं।
आपको निसान मैग्नाइट खरीदनी चाहिए अगर:
आपको रेनो काइगर खरीदनी चाहिए अगर:
कुल मिलाकर, दोनों ही कारें अपनी कीमत के हिसाब से बेहतरीन वैल्यू प्रदान करती हैं। आपकी पसंद पूरी तरह से आपकी व्यक्तिगत ज़रूरतों और प्राथमिकताओं पर निर्भर करेगी।